श्री गुरुजी और राष्ट्र-अवधारणा
श्रीगुरुजी (हिंदी) 26-Oct-2017
संकलनकर्ता - मा.गो.वैद्य
सरसंघचालक पद का भार ग्रहण करने के बाद अत्यन्त श्रध्दा तथा लगन के साथ वे कार्य में जुट गए। उनके स्वभाव में आमूलाग्र परिवर्तन हो गया। प्रारम्भ में वे क्रोधी स्वभाव के थे परन्तु संघ कार्य प्रारम्भ करने पर उन्होंने अपना क्रोधी स्वभाव बदल डाला।
- बाला साहब देवरस
मातृभूमि
राष्ट्र यानी समाज
संस्कृति: राष्ट्र संकल्पना का हृदय
हिन्दू ही क्यों?
हिंदू राष्ट्र और अल्पसंख्यक