श्रध्देय श्री अमिताभ महाराज (स्वामी अमूर्तानन्द जी) श्रीगुरुजी के ज्येष्ठ गुरु-भाई थे। उनके माध्यम से ही श्रीगुरुजी ने पूज्य स्वामी विवेकानन्द जी के गुरु-बन्धु श्रध्देय स्वामी अखण्डानन्द जी से आध्यात्मिक जीवन की दीक्षा प्राप्त की थी। उस दीक्षा-प्राप्ति के तुरन्त पश्चात् पूज्य स्वामी अखण्डानन्द जी ने श्रीगुरुजी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक पूज्य डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार के सान्निध्य में जाकर राष्ट्र-सेवा करने का भविष्यकथन किया था। श्रध्देय अमिताभ महाराज के शब्दों में उक्त वृत्त प्रस्तुत है।
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साभार - श्री गुरूजी जन्म शताब्दी अंक, विश्व संवाद केन्द्र पत्रिका, लखनऊ.